
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नरेन्द्र मोदी से परहेज है लेकिन आनंद मोहन से प्यार है। दोनों के राजनीतिक मायने हैं । नीतीश इन दोनों को राजनीतिक प्रतीकों के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें विश्वास है कि जनता ऐसे प्रतीकों से प्रभावित होती है। सुशासन बाबू बड़ी ही चालाकी से एक प्रतीक पर हमला करके और दूसरे प्रतीक को फुसला करके दो बड़े वोट बैंकों में अपना शेयर बढ़ाना चाहते हैं और लगता नहीं कि इसमें उन्हें कोई खास दिक्कत आएगी।